Tuesday, June 10, 2014

उड़ने दे मुझे, उड़ने दे मुझे खोल दे पिंजरा उड़ने दे मुझे


उड़ने दे मुझे, उड़ने दे मुझे खोल दे पिंजरा उड़ने दे मुझे

उड़ने दे मुझे, उड़ने दे मुझे

उन्मुक्त पवन सा मुझे उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे

उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे

नील गगन ही थांव मेरी

पँख हैं कोमल कठोर इरादे

उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे

खिलने दे मुझे खिलने दे मुझे खिलने दे

कोमल कली जान ना मसल मुझे

खिलने से पहले ही ना कुचल मुझे

खिलने दे मुझे खिलने दे मुझे खिलने दे

महकने दे मुझे सुवासित पुष्प बनूँ मैं

खिलने दे मुझे खिलने दे मुझे खिलने दे

पढ़ने दे मुझे, पढ़ने दे मुझे

ज्ञान ही है शक्ति मेरी

विद्धालय ही है आलय मेरा

पढ़ने दे मुझे पढ़ने दे मुझे

घर के घेरे में ना घेर मुझे पढ़ने दे मुझे

पढ़ने दे मुझे

पढ़ने दे मुझे

ओस की बूँद सी हूँ मैं शीतलता ही है तासीर मेरी

ना झोंक मुझे सँघर्षों की तपती लू में

सूखा दे जो मेरा ही असतित्व

उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे उड़ने दे

भाई है तू मेरा तो बाँध मुझे राखी आज

रक्षा की तूने मेरी रक्षक बनूं मैं तेरी आज

शक्ति मुझमें भी है भूल ना जाना आज

सम्मान करो मेरी शक्ति का ललकारो ना मेरी शक्ति को

दो परिवारों की आन बान और शान हूँ मैं 

माँ, बहन, बेटी, बहू के बंधन में जकड़ मुझे तुम दान- बलिदान की वस्तु ना बना देना 

मैंने धरती, आसमान, समुन्दर, पर्वत, पहाड़ सब पर अपने प्रभुत्व का परचम लहराया 

सम्मान करो मेरी शक्ति का सम्मान करो मेरी शक्ति का

उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे उड़ने दे

खिलने दे मुझे खिलने दे मुझे

बनूँ सुवासित पुष्प मैं

महकने दे मुझे महकने दे


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