Tuesday, June 10, 2014

होली की सॉगातें भेजो

होली के अवसर पर आज होली की कुछ सौगातें भेजो

इस बेगाने देश   में आज मेरी होली भी रंगीन बना दो

खेल सकू मैं होली ऐसी ही कुछ सौगातें भेजो

होली की सौगातें भेजो

अबीर, गुलाल और टेसू के  फूलों सी रंगीनी भेजो

रंगो की बारातें भेजो

होली की सौगातें भेजो

ज्ञान ग्रन्थों मेँ दबी पड़ी कुछ सपनों की गुलाबी पंखुरियां भेजो

होली की सौगातें भेजो

माँ के हाथों बने पकवानों की थाली भेजो

गुजिया, मठरी, मेवा, मिश्री और लड्डू भेजो

माँ के नेह से भीजि इमरती भेजो

पकवानों की ममता झरी महक भेजो

मेरे मन आँगन में आशीर्वादों की जो झड़ी लगा दे

ऐसी ही कुछ सौगातें भेजो

होली की सौगातें भेजो

रिश्तों की रंगीन फुहारें भेजो

बाबुल की कुछ दुलार भरी फटकारें भेजो

भाभी की कुछ मनुहार भरी शीतलता भेजो

देवर-भाभी की चुलबुली-दुलार भरी सौगातें भेजो

जीजा-साली की छेड छाड़ की सौगातें भेजो

रिश्तों की  रंगीन फुहारें भेजो 

होली की सौगातें भेजो

नटखट कान्हा की अठखेलियों भरी पिचकारी भेजो 

राधा की लजाती, लरज़ती धानी चुनार भेजो 

सखियों की हँसी-ठिठोली भेजो 

उमँग और उल्लासों से भरी ख़ुशियों की सौगातें भेजो

होली की सौगातें भेजो

युगल प्रेम की मान मनुहार भेजो 

तन मन प्रेम के रसरंग से भीग उठे ऐसी ही  सौगातें भेजो

होली की सौगातें भेजो

सूर्य की लालिमा लिये नीले आसमां के तले हरितम् धरा से जो भेदभाव की कालिमा मिटा दे 

ऐसी ही प्रकाश की एक उज्जवल, श्वेत, धवल किरण भेजो 

प्रकाश की एक किरण जो गरीब-अमीर, छोटे-बड़े, काले-गोरे , नीले-पीले, हरे-बैंगनी, लाल-गुलाबी सारे 

इन्द्रधनुषी रंगों को अपने में समेट कर एक उज्जवल सफेद किरण का रूप धारण कर सके ऐसी ही एक केवल 

एक प्रकाश की किरण भेज दो 

भेज सको तो केवल एक प्रकाश की किरण भेज दो 

होली की सौगातें भेजो

खेल सकूँ मैं प्रेम, शान्ति, सद्भावना रंगी होली आज 

ऐसी ही कुछ सौगातें भेजो

इस बेगाने देश में मेरी भी होली को रंगीन बना दो 

खेल सकूँ मैं होली आज ऐसी ही कुछ  सौगातें भेजो

होली की सौगातें भेजो










उड़ने दे मुझे, उड़ने दे मुझे खोल दे पिंजरा उड़ने दे मुझे


उड़ने दे मुझे, उड़ने दे मुझे खोल दे पिंजरा उड़ने दे मुझे

उड़ने दे मुझे, उड़ने दे मुझे

उन्मुक्त पवन सा मुझे उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे

उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे

नील गगन ही थांव मेरी

पँख हैं कोमल कठोर इरादे

उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे

खिलने दे मुझे खिलने दे मुझे खिलने दे

कोमल कली जान ना मसल मुझे

खिलने से पहले ही ना कुचल मुझे

खिलने दे मुझे खिलने दे मुझे खिलने दे

महकने दे मुझे सुवासित पुष्प बनूँ मैं

खिलने दे मुझे खिलने दे मुझे खिलने दे

पढ़ने दे मुझे, पढ़ने दे मुझे

ज्ञान ही है शक्ति मेरी

विद्धालय ही है आलय मेरा

पढ़ने दे मुझे पढ़ने दे मुझे

घर के घेरे में ना घेर मुझे पढ़ने दे मुझे

पढ़ने दे मुझे

पढ़ने दे मुझे

ओस की बूँद सी हूँ मैं शीतलता ही है तासीर मेरी

ना झोंक मुझे सँघर्षों की तपती लू में

सूखा दे जो मेरा ही असतित्व

उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे उड़ने दे

भाई है तू मेरा तो बाँध मुझे राखी आज

रक्षा की तूने मेरी रक्षक बनूं मैं तेरी आज

शक्ति मुझमें भी है भूल ना जाना आज

सम्मान करो मेरी शक्ति का ललकारो ना मेरी शक्ति को

दो परिवारों की आन बान और शान हूँ मैं 

माँ, बहन, बेटी, बहू के बंधन में जकड़ मुझे तुम दान- बलिदान की वस्तु ना बना देना 

मैंने धरती, आसमान, समुन्दर, पर्वत, पहाड़ सब पर अपने प्रभुत्व का परचम लहराया 

सम्मान करो मेरी शक्ति का सम्मान करो मेरी शक्ति का

उड़ने दे मुझे उड़ने दे मुझे उड़ने दे

खिलने दे मुझे खिलने दे मुझे

बनूँ सुवासित पुष्प मैं

महकने दे मुझे महकने दे